अरे गोरी चली नईहर का बलम सिसकी दई-दई रोमएं... बधेली लोकगीत
संजीवनी नगर, गौतम मढिया, गढ़ा, जिला-जबलपुर (मध्यप्रदेश) से उमेश कुमार एक बघेली लोक गीत सुना रहे हैं :
अरे गोरी चली नईहर का बलम सिसकी दई-दई रोमएं-
बागो मा रोमय बगईचों मा रोमय-
फुला बरिया पर मूड दई मारै बलम सिसकी दई-दई रोमएं-
कोठो मा रोमय कोठरियों मा रोमय-
अरे डेहरी पर मूड दई मारै बलम सिसकी दई-दई रोमएं-
खटियो मा रोमएं खाटूलियो मा रोमय...