आषाढ़ सावन गिरेला पानी, का बतावा में संगवारी...छत्तीसगढ़ी गीत
लुढूटोला, ग्राम-दमगढ़, विकासखण्ड-पंडरिया, जिला-कबीरधाम (छत्तीसगढ़) से भूकलूराम पंदराम एक गीत छत्तीसगढ़ी में सुना रहे है:
आषाढ़ सावन गिरेला पानी, का बतावा में संगवारी-
जल्दी उठ जाबे कईथे, खेत दहर मोर रानी-
झन जगाना झन जगाना बाई हो, नींद लगत है मोला-
नागर, बैला ला धर के बाई, खेत दहर में जाथ हो-
जल्दी बासीला लाबे बाई, नही तो भूखा जाथ हो-
आषाढ़ सावन गिरेला पानी, का बतावा में संगवारी...