आहा करोंदा ला, कोन बनी भेटों रे...छत्तीसगढ़ी गीत
ग्राम-कोट्या, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से मेवालाल देवांगन एक छत्तीसगढ़ी गीत सुना रहे है:
आहा करोंदा ला, कोन बनी भेटों रे-
पूछत हवे मुरेरत हवे, छूटत हवे प्राण-
आहा करोंदा ला, कोन बनी भेटों रे-
इक दिन खोंजो दुई दिन खोंजो, ख़ोज दारो दिन चार-
खोजत-खोजत लोरी छोला गई, आँखे हो गई अंधियार-
आहा करोंदा ला, कोन बनी भेटों रे...