मेरे गाँव के बरगद पेड़ की कहानी (गोंडी भाषा में)
रमेश कुंजाम से आज तहसील-भगवतीनगर आठनेर, जिला-बैतूल (मध्यप्रदेश) से बुजुर्ग सी आर उइके की मुलाक़ात हुई है जो उन्हें गोंडी भाषा में उनके गाँव की एक कहानी सुना रहे है, वे बता रहे हैं कि उनके गाँव के पास एक गुब्बडकोदरी नाम का स्थान है वहां पर बहुत बड़ा बरगद का पेड़ है उस बरगद पेड़ का बहुत बड़ा चमत्कारिक रूप है, एक तरफ बराड़ रूप है उसमे 6 जड़ निकले है और दूसरी तरफ महादेव रूप है उसमे 7 जड़ निकले है और वो जड़े बरगद के पेड़ के ऊपर से नीचे उतरकर सिर झुकाते है उस तरह मिलकर 6 और 7 जड़ एक साथ मिले हुए है | वो बहुत बड़ा दर्शनीय स्थान है वहां पर बहुत दूर-दूर से लोग देखने आते है, वे सीजीनेट सुनने वाले सभी साथियों से उनके गाँव आकर इस बरगद के दर्शन करने का आग्रह कर रहे हैं |