नारा किसी का काटिए करो ना इसमे भेद...गोंडवाना संस्कृति कविता-
ग्राम-धुमाडांड, पोस्ट-गोविंदपुर, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से होलसाय जगते गोंड आदिवासी संस्कृति को कविता के माध्यम से बता रहे हैं :
नारा किसी का काटिए करो ना इसमे भेद-
खुद से काम को खुद करने में नही है कोई दोष-
पाँच दिन गठबंधीन बारह चौका नीर-
नाम करण तेरहवे दिन में हरी कठिन की पीर-
सात साल कि उम्र में जब बालक हो जाये-
कान नाख छेदन करो गोंडी धर्म निभाय...