बिंद्रा के आगे तिहा, झाड़ जंगल मा चार तेंदू है, फलेंगे लता लता, मोर संगी हो...छत्तीसगढ़ी गीत
तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पड़ीयारी छत्तीसगढ़ी में एक गीत सुना रहे है:
बिंद्रा के आगे तिहा, झाड़ जंगल मा चार तेंदू है-
फलेंगे लता लता, मोर संगी हो-
मन मनावत है, होली दिवाली कसा तिहा-
हुदा हुदा, झुण्ड झुण्ड मा, डाल में बैठे है-
मेढकी के आरोपा के, अपन बात राखी सुणत है-
कोनो ला हो मन नहीं जरे, उकर हावे भी हड़बढ भी-
एको जनला मुसीबत आथे तो, जम्मो मिलकर करे फाड़ चिर...