ये गोरी आ जाबे नदिया किनारे, अकेले जीवरा भावे नही...छत्तीसगढ़ी गीत
परसापारा, ग्राम-ओदारी, पोस्ट-कालाबरती, तहसील-वाड्रफनगर, थाना-चलगली, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से चन्द्रसाय एक छत्तीसगढ़ी गीत सुना रहे है:
ये गोरी आ जाबे नदिया किनारे, अकेले जीवरा भावे नही-
पहिले-पहिले मेहर लिखों बाती मया के बाती लगाये लेबे छाती-
तिलक बिजड़ा माँ बन के चीरईया गोरी तय अब डेरा डाले-
प्रेम के भाषा तय मोला पढाये मया के जिन्दगी बहार रानी आये-
कबे एक दिन तोला में घर ले आहू, रखी लहू साझ भिन सारे-
ये गोरी आ जाबे नदिया किनारे, अकेले जीवरा भावे नही...