तोरा मन दर्पण कहलाये, भरे बुरे सारे कर्मो को...भजन गीत
ग्राम-बरतीकला, थाना-पनमार, ब्लाक, तहसील-जवा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से दयासागर कुशवाहा एक भजन गीत सुना रहे हैं :
तोरा मन दर्पण कहलाये, भरे बुरे सारे कर्मो को-
देखे और दिखाए-
मन ही देवता मन ही ईश्वर मन से बड़ा ना कोए-
मन उजियारा जब-जब फैले जग उजियारा होय-
इस उजले दर्पण पर प्राणी धुल ना जमने पाय-
सुख की कलियां दुःख के कांटे मन सब का आधार...