देश का नक्शा तब बदलेगा, नौजवान जब जागेंगे...युवा गीत -
सुनील कुमार रमेश ठाकुर चकोर की एक रचना सुना रहे है:
देश का नक्शा तब बदलेगा-
नौजवान जब जागेंगे-
अमर शहीदों की रूहों से-
इंकलाब जब मांगेंगे-
नेताओं के अनुचर बनकर-
जबतक दूम डुलायेंगे-
राष्ट्र रसातल में जायेगा-
स्वयं ठोकर खाएंगे-
हुक़्मरां को फ़िक्र है अपनी-
और अपने परिजन की है-
गा लेते हैं “जनगण”लेकिन-
सोंच कहाँ जनगण की है-
तब तक ये अपना दिखते हैं-
जबतक कुर्सी हाथ नहीं-
जीत गए,ग़र सज्जन हो तो-
करते हैं क्या बात कभी-
हक़ मांगोगे,बेरोज़गार हो-
बात करेंगे गोली से-
सत्ता पाते यारी करते-
लुटेरों की टोली से...