किसान स्वर : तम्बाखू का कीटनाशक दवा के रूप में प्रयोग...
सीजीनेट जन पत्रकारिता यात्रा आज ग्राम पंचायत-गोटुलमुंडा, ब्लाक-दुर्गुकोंदल, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) में पहुँची है जहां बाबूलाल नेटी की मुलाक़ात गाँव के आदिवासी किसान धनीराम पद्दा से हुई है जो बता रहे हैं कि बहुत पहले से ही उनके पूर्वज खाने के लिए तम्बाखू का प्रयोग करते हैं लेकिन अब वे तम्बाखू से धान के फसल में होने वाले कीट प्रकोप से बचाने के लिए भी उगाने का प्रयास कर रहे हैं वे प्रयास कर रहे हैं कि किसान तम्बाखू का उपयोग दवा के रूप में भी करे जिससे लोग इसे सिर्फ नशे के रूप में ही ना उपयोग कर दवा के लिए में भी उपयोग करे. इसीतरह एक अश्वगंधा का पौधा भी वे लगाने का प्रयास कर रहे हैं जिसके भी अनेक औषधीय उपयोग हैं. बाबूलाल नेटी@7719930515