गुरु बिना ज्ञान, गंगा बिना तिरत...सुहा गीत -
ग्राम-घोटिया, ब्लाक-भानुप्रतापपुर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से कौशलिया जैन, बसंती चिराम, कुंती एक सुहा गीत सुना रही है:
गुरु बिना ज्ञान गंगा बिना तिरत-
एकदशी बिन व्रत कहाँ है-
माता बिन गोद पिता बिन प्यारा-
बिना पति के सिंगार कहाँ है-
गुरु बिना ज्ञान गंगा बिना तिरत...