पास नही है बैल, बदरा पानी दे...किसानी लोकगीत -
ग्राम-देवरी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) कैलाश सिंह पोया एक किसानी लोकगीत सुना रहे है :
पास नही है बैल, बदरा पानी दे – जालिम है ट्यूबेल द्वारा पानी दे – इज्जतदार, गरीब पुकारे ढ़ोंगी मारे दूध डवारे – चटक रही खपरेल बदरा पानी दे – खोड़ पछांदी लटके झटके एक बार नहला जा झटके – तु गरीब की गयेल बदरा पानी दे रे – ऐसी झड़ी लगा दे बयारे भेद भाव मिट जाए हमारे...