पर लगा लिए हैं हमने, पिंजरे में कौन रहेगा...महिला संघर्ष गीत
पर लगा लिए हैं हमने
पिंजरे में कौन रहेगा ज़रा सुन लो
अब तोड़ दी हैं दीवारें
कि हम को मंज़ूर नहीं है ज़रा
मर्दों ने बनाए क़ानून
कि हमको मंज़ूर नहीं है ज़रा सुन लो
खड़ी हो गयीं हैं हम मिलकर
कि ज़ुल्मों की शामत आ गयी ज़रा सुन लो
चन्द्रकला शर्मा