आपका स्वास्थ्य आपके मोबाइल में : एक नारी व्रत और वीर्य संग्रह की उपयोगिता...
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़, (छत्तीसगढ़) से राजेंद्र गुप्ता वीर्य शक्ति और एक नारी व्रत के बारे में सन्देश दे रहे हैं, वे कह रहे हैं कि भगवान श्री राम भी अपने गृहस्थ शिष्यों से कहते थे, हम वीर्य संग्रह का उपदेश इसलिए देते हैं क्योंकि इससे हम तेज, बल, कांति से युक्त और दीर्घायु होते हैं. एक नारी व्रत में बने रहने से बड़ा व्रत और कुछ नही है, यह गुरु के आदर की भावना है इस तरह से समाज में मर्यादा भी बनी रहेगी यदि हम मर्यादा में नही रहे तो बहुत जल्दी बीमार हो जायेंगे, आयु कम हो जायेगा हम सब जानते हुए खुद पर अन्याय करते हैं, पुरुष और स्त्री का मेलजोल जरूर होना चाहिए पर वह मर्यादा के अंदर हो तो समाज की व्यवस्था भी बनी रह सकती है और हम और समाज दोनों स्वस्थ रह सकता है | राजेंद्र गुप्ता@9993891275.