आमा फरे जामुन फरे फर के सब झरे रे...डमकच गीत
ग्राम-कड़चोला, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से धनसाय मरावी अपने साथी सीता रानी से एक डमकच गीत सुन रहे हैं :
आमा फरे जामुन फरे फर के सब झरे रे-
हवा पानी क डरे-डरे बईठल है सब घरे – सुनरी सलोनी निपा सिल बहोरे हाय रे-
पतझड़ पतझड़े सिल बहोरे हाय रे-
सिर नया कोसा धरे सुनरी सलोनी निपा फिर बहोरे...