नेतावों भारत छोड़ो, नेतावों भारत छोड़ो...कविता
कानपुर (उत्तरप्रदेश) से के.एम.भाई आजादी के 75 वर्ष पूरे होने और आज के परिदृश्य को देखते हुवे एक कविता सुना रहे हैं :
नेतावों भारत छोड़ो,नेतावों भारत छोड़ो-
अम्बानी टाटा माल्या भारत छोडो-
लोकतंत्र के व्यपारी,राजनीती के दलालो भारत छोडो-
शराब सवाब दंगा फसाद भारत छोड़ो-
शिक्षा माफिया धर्म के ठेकेदारो भारत छोडो-
भ्रष्ट न्याय पालिका,चूसक कार्य पालिका भारत छोडो...