धुर्रा माटी ला घलो कभी न समझय मीत...बाल गीत
ग्राम-कछार, ब्लाक-मरवाही, जिला-बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से अनुराधा एक गीत सुना रही हैं :
धुर्रा माटी ला घलो कभी न समझय मीत-
पालन पोसन यही करे कमल खिले इही बीच-
चारी चुगली ला समझ खसरी खसरा रोग-
खाजुवावत सुख ला होत है पाछु दुःख ला भोग-
जावुन गांव जाना नही पूछे के का काम-
पेड़ गिराई गिरथे पर खाए ले काम-
बात ले बात निकलथे चौढ़े ले बिगडे बात...