निम्बू के पेड़ में, चादर बिछाओ, चादर तो फट गया, दर्जी बुलाओ...बाल कविता
ग्राम-डूमरखोरका, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से भानु एक बाल कविता सुना रहे है :
निम्बू के पेड़ में, चादर बिछाओ-
चादर तो फट गया दर्जी बुलाओ-
दर्जी का सुई टुटा, घोड़ा दौड़ा-
घोड़ा का टांग टुटा, हल्दी लगा-
हल्दी का रंग छूटा, डॉक्टर बुलाओं-
डॉक्टर का पेट फ़सा, ताली बजाओं-
निम्बू के पेड़ में, चादर बिछाओ-
चादर तो फट गया दर्जी बुलाओ...