मैं भारत का नागरिक हूँ...कविता
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार कविता सुना रहे है :
मैं भारत का नागरिक हूँ-
मुझे लड्डू दोनों हाथ चाहिये-
बिजली मैं बचाऊँगा नहीं-
बिल मुझे माफ़ चाहिये-
पेड़ मैं लगाऊँगा नहीं-
मौसम मुझको साफ़ चाहिये-
शिकायत मैं करूँगा नहीं-
कार्रवाई तुरंत चाहिये-
बिना लिए कुछ काम न करूँ-
पर भ्रष्टाचार का अंत चाहिये...