हमारे गाँव का नाम भेजरी धान के नाम पर पड़ा, हम गोबर खाद की मदद से कई देसी धान उगाते हैं...
ग्राम-भेजरी, जिला-अनूपपुर (मध्यप्रदेश) से जगदीश यादव, बीज बचाओ-कृषि बचाओ यात्रा के दौरान उनके साथ गाँव के किसान सुन्दरलाल जी से मुलाक़ात की जिनसे परम्परागत फसलों के बारे में जानकारी ले रहे हैं इस गावं का नाम भेजरी धान के कारण पड़ा था क्योकि यहाँ पर बेझारी धान की फसल की पैदावार की जाती है इसमें इसमें मुख्यत गोबर खाद का उपयोग किया जाता है, और साथ में मिट्टी भी मिलायी जाती है जिससे इसकी पैदावार ज्यादा होती है जबकि सरकारी बीजों में यूरिया खाद का उपयोग किया जाता है वे बगरी, बर्रा, नवारी, लोहण्डी आदि किस्म के देसी धान उगाते हैं यहाँ पर धान के अलावा कोदो, कुटकी, उरद ,अरहर आदि फसलों की उपज भी होती है | जगदीश यादव@7697448583