बुद्ध संग जो अधम पे जो शरणागत होए...बुद्ध के दोहे -
सुनील कुमार गिरीश पंकज द्वारा लिखित बुद्ध के दोहे सुना रहे हैं :
बुद्ध संग जो अधम पे जो शरणागत होए-
सत्संगति का फल मिले वह पापों को धोये-
पहले बस करुणा जगे फिर अन्तः का ज्ञान-
बिन इसके बनता नहीं नेक कोई इन्सान-
नहीं मिटा है वैर से ,कभी वैर दुष्कर्म-
शांति-स्नेह से मिले यही सनातन धर्म-
प्रेम-विजय हो क्रोध पर कंजूसी पर दान-
हारता सत्य से साधु से शैतान-
सत्य प्रेम और दान से मानव शुद्ध-
मनुजो में श्रेष्ठ कहते हैं यह बुद्ध-
बोले तो पहले करें, उस पर तनिक विचार-
ऐसे मितभाषी बने धरती के श्रृंगार-
रटने से क्या फायदा धरम-करम की बात-
अगर आचरण में रचा तो सच्ची सौगात...