बेटी मौर धरती के फूल, बेटी मौर धड़कन के फूल...बेटियों पर गीत
ग्राम-ताराडांड, पोस्ट-जमुड़ी, जिला-अनूपपुर, (मध्यप्रदेश) से अर्चना सिंह बेटियों पर एक गीत सुना रही है :
बेटी मौर धरती के फूल, बेटी मौर धड़कन के फूल-
फिर काहे करे पराए दूर-
बेटी ही घर को बसाए, बेटी ही ख़्वाब सजाए हो-
बेटी ही घर को बसाए, बेटी ही घर को सजाए-
बेटी मौर धरती के फूल, बेटी मौर धड़कन के फूल-
बेटी ही मेहँदी लगाए, बेटी ही ससुराल जाए...