बेताबी का खामोसी का एक अनजाना सा नगमा है...गीत
जिला -बालाघाट (मध्यप्रदेश) से ऋतु चौधरी एक गीत सुना रही हैं :
बेताबी का खामोसी का एक अनजाना सा नगमा है-
महसूस इसे कर के देखो, हर सांस यहाँ एक सदमा है-
इसको जितना समझो उतना कम है, जीवन सुख दुःख का संगम है-
कभी पतझड़ है कभी सावन है, ये आता जाता मौसम है-
कभी हँसना है कभी रोना है, जीवन सुख दुःख का संगम है-