एक दिन मटिया में सभही के सिंगार होई, जब पिजड़ा से पंछी फरार होई...लोकगीत-
ग्राम बभनतलाव पोस्ट, थाना तहसील, जिला-रोहतास( बिहार) से सुरेंद्र उरांव एक लोकगीत सुना रहे है:-
अरे एक दिन मटिया में सभही के सिंगार होई-
जब पिजड़ा से पंछी फरार होई, जब पिजड़ा से पंछी फरार होई-
नाती नातेदार काम नही अएहे, नाती नातेदार काम नही अएहे-
गाँव के लोगवा सब खडी रही जयेहें, गाँव के लोगवा सब खडी रही जयेहें-
हो केवल भाई भततीजे सबका हार होई, हो केवल भाई भततीजे सबका हार होई-
जब पिजड़ा से पंछी फरार होई, जब पिजड़ा से पंछी फरार होई...