आता है याद मुझको, गुजरा हुआ जमाना...ग़ज़ल-
सुनील कुमार उर्दू व फारसी के लोकप्रिय शायर, सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा के रचियता इकबाल साहब की ग़ज़ल सुना रहे है:
आता है याद मुझको, गुजरा हुआ जमाना-
वो बाग की बहारे, वो सबका चहचहान-
आज़ादीया कहा वो, अब अपने घोंसले की-
अपनी खुशी से आना, अपनी खुशी से जाना-
आता है याद मुझको, गुजरा हुआ जमाना-
लगती है चोट दिल पर, आता है याद जिस दम-
सब नम के आसूओं पर, कलियों का मुस्कुराना-
आता है याद मुझको, गुजरा हुआ जमाना...