दिल में है सीजीनेट बुल्टू रेडियो तो, कोई खास कैसे होगा साथियों...
ग्राम-देवगढ, तहसील-मोखढ़, जिला-छिन्दवाडा, (मध्यप्रदेश) से सविता धुर्वे बुल्टू रेडियो को लेकर शायरी सुना रही है :
दिल में है सीजीनेट बुल्टू रेडियो तो, कोई खास कैसे होगा साथियों-
यादो में आपके सिवा, कोई पास कैसे होगा साथियों-
हिचकिया कहती है, आप याद करते हो साथियों-
पर हम बुल्टू रेडियो में बोलेंगे नही, तो एहसास कैसे होगा साथियों-
अधिकार तो मिला है साथियों, बोलकार बनकर आवाज़ उठाने का-
आवाज़ नही उठाएंगे तो, विकास कैसे होगा...