गोंडवाना राज्य मांगने के लिए पहली बैठक 1917 में हुई तब से यह आंदोलन लगातार चल रहा है...
जिला-गढ़चिरोली (महाराष्ट्र) से बालकेन के साथ आज उत्तम अटला जुड़े हैं जो गोंडी और हिंदी मिश्रित भाषा में गोंडवाना राज्य के लिए हो रहे आंदोलन का इतिहास बता रहे हैं वे बता रहे हैं कि गोंडवाना राज्य के लिए पहली बैठक सन 1917 में हरई में हुई सन 1927 और 1930 में भी बैठक हुई, 1933 में राजा द्वारसिंह ने इस मांग के लिए 18 हजार का एक कोष की स्थापना की, नारायण सिंह उइके, हरी सिंह देव कंगाली माझी ,राजा नरेश सिंह, शीतल मरकाम इस तरह के महापुरुष इस कोष के सहभागी बने और 1959 में कांग्रेस के नेताओं ने भी गोंडवाना राज्य गठन का समर्थन किया था नारायण सिंह उइके इस मंडल के अध्यक्ष रहे और 1975 से गोंडवाना अलग राज्य की मांग कर आन्दोलन कर रहे है...