दौलत की इस दुनिया में कैसी झूठी शान...भ्रष्टाचार पर कविता
ग्राम-टिकरी पिपरी, पोस्ट-टिकरी पिपरी, पंचायत-नारायणडीह, थाना-शाहपुर, जिला-डिंडोरी (मध्यप्रदेश) से तरुण कुमार यादव भ्रष्टाचार के ऊपर एक कविता सुना रहे है:
दौलत की इस दुनिया में कैसी झूठी शान-
पैसो के सामने तो फीका है इन्सान-
लगी दूकान है जहाँ बिक रहा ईमान-
सामने रखोगे पैसे तभी तुम्हारा मान-
गाँधी का सपना टूट गया टूटा हम सब का-
राम राज देखो आज बना किसी दानव का-
ये दानव है भ्रष्टाचारी फैलाई हम में लाचारी-
सत्यता दम तोड़ रही हैं सीना ताने भ्रष्टाचारी...