अंको की दावत में जीरो आया गोल मटोल...जीरो पर कविता
ग्राम-तिर्कुंडा, तहसील-रामानुजगंज, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से मनेश यादव एक कविता सुना रहे है:
अंको की दावत में जीरो आया गोल मटोल-
बिचारे मंजाक उडाये एक से नौ तक-
अभी-अभी मानी जीरो केंद्र किसी ने न जानी-
बोले एक तरफ बैठो या अपना मोल बताओ-
चुप्पी सादो और नौ दो ग्यारह हो जाओ-
हंसकर बोला जीरो मैं तो हूँ सबका हीरो-
मेरा बहुत बड़ा मोल है और दिखने में हूँ गोल...