सूर्य से न कहता कोई धूप यहाँ पर मत फैलाओ : बाल कविता
ग्राम केरकेट्टा, पोस्ट जोगा, प्रखंड उतारी रोड जिला पलामू झारखंड से अकलेश कुशवाहा एक बाल कविता सुना रहे हैं :
सूर्य से न कहता कोई धूप यहाँ पर मत फैलाओ-
कोई नहीं चाँद से कहता उठा चांदनी को ले जाओ-
कोई नहीं हवा से कहता खबरदार जो अन्दर आई-
कोई नहीं बादल से कहता क्यों यहाँ जलधार बरसाई-
फिर क्यों हमसे भैया कहते यहाँ ना आओ भागो जाओ-
अम्मा कहती है घर भर में खिलौने मत फैलाओ...
पापा कहते बाहर खेलो खबरदार जो अन्दर आये-
हम पर ही सबका बस चलता जो चाहे वह बात बताये-