ओ नाना उडी ले वातोनी दादा फडापेन इद ठाना...गोंडी गीत
ग्राम-कौड़िया, थाना-लावाघोघरी, तहसील-पांडुरना, जिला-छिन्दवाड़ा (मध्यप्रदेश) से रविन्द्र धुर्वे एक गोंडी गीत सुना रहे है इस गीत के माध्यम से यह बताया जा रहा है कि पुराने ज़माने में जब गाडी मोटर नहीं थे और लोग पैदल चलते थे और तब इन गीतों गाते थे:
ओ नाना उडी ले वातोनी दादा फडापेन इद ठाना-
हिल तो चाही गाड़ी घोडा हिले तो चाही हाँ-
धीरे-धीरे पैदल वातन फडापेन इद ठाना-
ओ नाना उडी ले वातोनी दादा फडापेन इद ठाना...