डॉ भीमराव आंबेडकर समता, सम्मान और स्वतन्त्रता के संघर्ष के लिए आज और अधिक प्रासंगिक हैं...
आज आंबेडकर हमारे बीच नहीं है लेकिन उनके सन्देश हैं, जो सदियों तक लोगो को प्रेरणा देते रहेंगे, वे आज पहले से अधिक प्रशांगिक है| ऐसा सम्भवता इसलिए है, कि एक ऐसे समाज जिसमे व्यक्ति के सम्मान और गरिमा की रक्षा हो, जिसमे जातपात का कोई भेदभाव नहीं हो, जिसमे सब स्वतंत्र हो, समान हो, जागरूक हो की योजना के लिए आज जो लोग संघर्ष कर रहें है उनमे से प्रत्येक को ऐसा आभास होता है कि इस संघर्ष में डॉ.आंबेडकर उनके साथ है| सामाजिक परिवर्तन के संघर्ष में डॉ.आंबेडकर जहाँ शक्ति और प्रेरणा के स्रोत है वहीँ त्याग की प्रतिमूर्ति है| असाधारण मनुष्य के साथ एक विद्वान् के रूप में उनकी पहचान का आधार उनकी योग्यता तो है ही उनका त्याग भी है| प्रीतमलाल प्रजापति@9522824525