दूरकोचा मोर उबाहा, बाहा सेगे बेगे दोना...भूमिज भाषा में गीत
सिद्धेश्वर सरदार पोटका जिला पूर्वी सिंहभूम झारखण्ड से आदिवासी भूमिज भाषा में एक गीत सुना रहे है:
दूरकोचा मोर उबाहा,बाहा सेगे बेगे दोना-
ओ कोयालां याला याला यालंग जुड़ाथे रे-
आतो आ तोड़ा रे, दिसुम्हरतो ताला रे-
तोसोंह लाबुन बूरां लाबुन लांदा लाबुन-
रच्चा लाबुन ऐ जीबन आधा बीहिन रे...