वहा ना हिन्दू मरा था न मुस्लमान मरा था...गीत-
ग्राम-मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर, (बिहार) से सुनील कुमार गीत सुना रहे है :
वहा ना हिन्दू मरा था न मुस्लमान मरा था-
वहा मजहब के नाम पर, फ़क्त इन्सान मरा था-
सड़को बहा खून जो, महज सुर्ख लाल था-
ये बता भी न सका की, वहा कौन मरा था-
दंगो के कफन ओड़कर, वहा नाची थी सियासत-
जो उनमे से मरा था कहा सैतान मरा था-
वहा ना हिन्दू मरा था न मुस्लमान मरा था-
वहा मजहब के नाम पर, फ़क्त इन्सान मरा था...