मुझे मत रोको जाने दो, पल दो पल का साथ तुम्हारा...गजल
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडियारी एक गज़ल सुना रहे है:
मुझे मत रोको जाने दो, पल दो पल का साथ तुम्हारा-
यारो के लिए मै यार हु, रूसहारो के लिए दो धारी तलवार हूँ-
न तीर से तलवार से, न बन्दुक से न तोफों की बौछार से-
मै करता हु जब भी वार, मेरी छोटी कलम की धार से-
न कटा है न कटेगी, काटने वाला खुद कट जायेगा-
उठाकर देख लों पुराना इतिहास-
उसमे लिखा है सब कुछ साफ़ साफ़-
जिसने देस की छवि बिगाड़ने को-
अपनी बुरी नजरो से देखा-
उनकी आँखे खुद ब खुद निकल गया...