हंस मा सवार मईया उड़त आवे हो...सरस्वती वंदना
आरती यादव ग्राम-दहेजवार, पोस्ट-बलरामपुर,जिला-बलरामपुर छत्तीसगढ़ से एक सरस्वती वंदना सुना रही हैं:
हंस मा सवार मईया उड़त आवे हो-
गंवार लोगवा-
मईया के मरम न जान-
एक त मरम जान-
कालिके बेटवा हो पोथिया लिहले न-
मईया के चरनिया धइले खाड-
हंस मा सवार मईया उड़त आवे हो...