दुअरे पर गंगा बहइबो, तीरथ करे बाहर न जईबो...लोकगीत
आरती यादव ग्राम-दहेजवार, जिला-बलरामपुर छत्तीसगढ़ से एक गीत सुना रही है:
दुअरे पर गंगा बहइबो-
तीरथ करे बाहर न जईबो-
अपने ससुरजी को ब्रम्हा बनईबो-
सासू को सरसती बनईबो-
अपने भसुरजी को बिष्णु बनईबो-
जेठानी को लक्ष्मी बनईबो-
अपने नंदोसी को शंकर बनईबो-
ननद के गौरा बनईबो-
अपने देवरजी को रामा बनईबो-
देवरानी को सीता बनईबो-
दुअरे पर गंगा बहइबो-
तीरथ करे बाहर न जईबो...